निवेशकों के लिए इंदौर पसंदीदा शहर बनता जा रहा है। न सिर्फ मप्र के बल्कि देश विदेश के निवेशक भी अब इंदौर की प्रॉपर्टी में निवेश कर रहे हैं। इस वजह से इंदौर रजिस्ट्री में भी नए नए रिकॉर्ड बना रहा है। पंजीयन विभाग को उम्मीद है कि इस बार इंदौर से सरकार को तीन हजार 77 करोड़ रुपए राजस्व मिल सकता है।
इस साल अभी तक 885 करोड़ का राजस्व आया
वरिष्ठ जिला पंजीयक दीपक कुमार शर्मा ने बताया कि पिछले वित्तीय वर्ष में इंदौर से 2414 करोड़ का राजस्व मिला था। उस समय एक लाख 76 हजार पंजीयन हुए थे। इस साल हमारा टारगेट तीन हजार 77 करोड़ रुपए राजस्व का है। हमें उम्मीद है कि हम हर स्थिति में 2900 करोड़ रुपए राजस्व के आगे निकलेंगे। हम इस साल 20 प्रतिशत ग्रोथ का अनुमान लगा रहे हैं। इस साल अभी तक 63 हजार पंजीयन हो चुके हैं और 885 करोड़ रुपए का राजस्व आ चुका है।
वैध प्रॉपर्टी के लिए रुझान बढ़ाशर्मा ने बताया कि पिछले कुछ सालों में शहर में वैध प्रॉपर्टी के लिए लोगों का रुझान बढ़ा है। रेरा के आने से प्रॉपर्टी में विश्वसनीयता बढ़ी है और पहले के मुकाबले अब जमीनों के कागज जांचना भी आसान हुआ है। इन सब वजहों से प्रॉपर्टी में निवेश बढ़ रहा है। देश विदेश के निवेशक भी पारदर्शिता की वजह से ही निवेश करने के लिए इंदौर आ रहे हैं।
इन कारणों से इंदौर बना पहली पसंद1. देश के मध्य में होने से बेहतर कनेक्टिविटी
2. निवेश के लिए सरकार की बेहतर नीतियां
3. स्टार्टअप को दी जा रही सुविधाएं
4. बजट में बेहतर जीवन
5. मेट्रो प्रोजेक्ट
6. बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं
7. खान पान
8. इंटरनेशनल बाजार
9. बजट में बेहतर प्रॉपर्टी
10. राजनीतिक स्थिरता
11. अन्य राज्यों के मुकाबले कम अपराध
12. बेहतर पर्यावरण
13. सस्ता परिवहन
14. अंतरराष्ट्रीय कंपनियों की आमद
15. फिल्मी सितारों, राजनेताओं, खिलाड़ियों की आवाजाही