27 मंजिला होगी प्रदेश की सबसे बड़ी स्टार्टअप पार्क:आईडीए ने डिजाइन फाइनल की, जानिए क्या होगा खास

स्टार्ट अप पार्क के रूप में मध्यप्रदेश की सबसे बड़ी बिल्डिंग इंदौर में बनने वाली है। इंदौर विकास प्राधिकरण इसे बनाएगा। अब इसकी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। स्टार्ट अप पार्क के निर्माण के लिए तीन मॉडल (डिजाइन) कंसलटेंसी फर्म ने बनाए थे।

सभी मॉडल का प्रेजेंटेशन देखने के बाद आईडीए बोर्ड ने सेकंड मॉडल को स्वीकृति दे दी है। अब आगे की प्रक्रिया होगी। क्या है स्टार्ट अप पार्क की डिजाइन। कितने मंजिला होगा स्टार्ट अप पार्क। ऑफिसों के लिए कितने स्क्वेयर फीट का एरिया रहेगा, जानिए सब कुछ सिलसिलेवार।

पहले जान लीजिए कहां और कितने फेज में होगा निर्माण, क्या होगी लागत

इंदौर विकास प्राधिकरण के द्वारा सुपर कॉरिडोर पर 22 एकड़ जमीन पर स्टार्ट अप पार्क बनाया जा रहा है। स्टार्ट अप पार्क नए आईएसबीटी (बस स्टैंड) से लगभग 5.5 किलोमीटर और एयरपोर्ट से लगभग 12 किलोमीटर दूर और मेट्रो लाइन के पास है। स्टार्ट अप पार्क के फेज-1 के कार्य वित्तीय वर्ष 2023-24 के तहत प्रस्तावित है और इसकी लागत करीब 508 करोड़ रुपए अनुमानित है।

फेज-1 में : शॉपिंग मॉल, ऐमीनिटीज, स्टार्ट अप ऑफिस, कॉर्पोरेट ऑफिस और पार्किंग टॉवर बनेंगे।

फेज-2 में : आईटी बिल्डिंग और फेज-3 में कन्वेंशन सेंटर तथा 5 स्टार होटल बनाई जाएगी।

इंदौर विकास प्राधिकरण के सीईओ आरके अहिरवार ने बताया कि अभी तक इसमें हम लोगों ने कंसलटेंसी के लिए टेंडर किए थे, जिसमें 7 लोगों ने पार्टिसिपेट किया था और 5 शॉर्ट लिस्ट हुए थे। पांच में से भी प्रेजेंटेशन और अन्य बिंदुओं पर जिन्हें सिलेक्ट किया गया, उसमें मलेशिया और इंदौर की एक जॉइंट वेंचर कंपनी है वेरीटास व मेहता एंड एसोसिएट्स दोनों के कॉलेबरेशन को सिलेक्ट किया गया है। उन्होंने 3 मॉडल स्टार्ट अप पार्क के लिए सुझाव दिए थे। इसमें से दूसरा मॉडल बोर्ड बैठक में पास हुआ है।

इसमें 50 हजार स्क्वेयर फीट के लगभग 6 मंजिल हैं और बाकी 11 मंजिल 20-20 हजार स्क्वेयर फीट की है। 3 मंजिल का बेसमेंट है। मॉल है। साथ ही 4 मंजिल के अन्य फ्लोर हैं। इस प्रकार से 27 मंजिल की ये कुल बिल्डिंग है। इसकी हाइट 87.5 मीटर होगी। इस प्रस्ताव की डीपीआर बनाने का काम हमारी टीम ने शुरू कर दिया है।

उम्मीद है कि आगामी एक महीने में डीपीआर बन जाएगी और डीपीआर का परीक्षण करके फिर टेंडर निकाले जाएंगे। जून के आखिर तक इसका टेंडर जारी करने की स्थिति में आईडीए आ जाएगा। स्टार्ट अप पार्क संभावित 20 हजार लोगों की क्षमता का बनाया जा रहा है। लोगों को रोजगार के लिए सुविधाएं मिल सके। अच्छे स्टार्टअप को प्रेरित कर सके ये उद्देश्य हैं। इससे सिटी में एक आईटी का माहौल बनेगा।

मप्र में 2600 से ज्यादा स्टार्टअप

मध्यप्रदेश में स्टार्टअप की संख्या 2600 से ज्यादा है और इसमें इंदौर के करीब 1 हजार स्टार्टअप शामिल हैं। यह संख्या दो साल पहले आधी थी। प्रदेश में सबसे ज्यादा स्टार्टअप आईटी क्षेत्र के हैं, जिनकी संख्या तीन सौ से ज्यादा है। इंदौर में आईटी पार्क बनने के बाद कई बड़ी कंपनियों ने इंदौर का रुख किया, इसमें टीसीएस, इंफोसिस आदि शामिल हैं।

खिलौना क्लस्टर, फर्नीचर क्लस्टर, नमकीन क्लस्टर ने कई युवाओं को स्टार्टअप के लिए प्रेरित किया है। आईटी के अलावा हेल्थ, एजुकेशन, कृषि, फूड और बेवरेजेस, टूर और टूरिज्म, रिन्युएबल एनर्जी आदि के स्टार्ट अप युवाओं ने शुरू किए हैं।

वहीं भारत सरकार के स्टार्टअप इंडिया पोर्टल पर पंजीयन कराने वाले स्टार्टअप को ही प्रदेश में स्टार्टअप माना जाता है। इन्हें सरकार गति देने के लिए हर तरह से मदद कर रही है। स्टार्टअप के लिए एक फंड भी बनाया गया है, जिसके तहत फंडिंग दी जाएगी। निवेशकों को भी हमने जोड़ा हैं, ताकि जरूरत पड़ने पर वे फंडिंग कर सके। सरकार की कोशिश है कि 2023 के अंत तक प्रदेश से दो से तीन स्टार्टअप यूनिकार्न में जगह बनाएं।

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